आईएसएस से अनडॉकिंग आज से शुरू होगी। 14 जुलाई को शाम 4:30 बजे सुभांशु अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना होंगे। 15 जुलाई को दोपहर 3 बजे सुभांशु का यान प्रशांत महासागर में उतरेगा। सुभांशु के परिवार समेत पूरा भारत इंतजार कर रहा है। अंतरिक्ष में 18 दिन बिताने के बाद सुभांशु भारतीय समयानुसार सोमवार शाम अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से स्वदेश के लिए रवाना हो रहे हैं। अंतरिक्ष से लौटने से पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री सुभांशु ने राकेश शर्मा की तारीफ करते हुए कहा, “आज भी जब मैं यहां से भारत को देखता हूं तो ऐसा लगता है जैसे पूरी दुनिया में है…।” पृथ्वी के लिए रवाना होने से पहले रविवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर एक्सिओम-4 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया गया। वहां शुक्ला ने कहा, “जल्दी ही धरती पर मुलाकात करते हैं यानी हम जल्द ही धरती पर मिलेंगे।” उन्होंने 1984 में भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा और उनके आदर्श की अंतरिक्ष यात्रा को याद किया। फिर उन्होंने कहा, “अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से मुझे भरपूर अनुभव मिल रहा है। मैंने जो सीखा है, उसे मैं देशवासियों के साथ साझा करूँगा।” इसके बाद शुभांशु ने आगे कहा, “हम सभी आज भी सोचते हैं कि ऊपर से भारत कैसा दिखता है। हर कोई यह जानने को उत्सुक है। आज का भारत एक आकांक्षी भारत जैसा दिखता है। आज का भारत निडर दिखता है। आज का भारत आत्मविश्वास से भरा दिखता है। और इसीलिए, मैं फिर से कह सकता हूँ कि आज का भारत अभी भी ‘सारे जहाँ से अच्छा’ है।”
सुबांगसु आज अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी के लिए रवाना होगा
