आरजी कर घटना में जान गंवाने वाले युवा डॉक्टर की मां, जिन्हें नवान्न अभियान में ‘घायल’ होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कथित तौर पर पुलिस लाठीचार्ज में उनके सिर में चोट आई थी। इसलिए उन्हें कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर अस्पताल जाना पड़ा। आरजी कर घटना की पीड़िता के माता-पिता को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का एक ईमेल पहले ही मिल चुका है। शनिवार को पता चला कि देश की राष्ट्रपति ने न केवल पीड़िता के माता-पिता को, बल्कि राज्य सरकार को भी इस संबंध में ईमेल किया है। बुधवार, 13 अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार पंत को एक ईमेल भेजा। उस ईमेल में उन्होंने पूछा कि 9 अगस्त को पीड़िता की मां पर हमले के आरोपों के संबंध में राज्य सरकार ने क्या कार्रवाई की है। उसके बाद 13 अगस्त को राष्ट्रपति ने पीड़िता के माता-पिता को ईमेल किया। बताया गया कि राष्ट्रपति के सहयोगी पीड़िता के परिवार से संपर्क करेंगे। उस ईमेल के मिलने के बाद, पीड़िता के माता-पिता को अपनी बेटी के साथ हुए अत्याचार के लिए न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ गई। शुक्रवार को पीड़िता के पिता ने कहा, “मुझे राष्ट्रपति से अच्छी खबर मिली है। राष्ट्रपति ने कहा है कि उनके एक करीबी सहयोगी हमसे संपर्क में रहेंगे। वह हमारी समस्याओं का समाधान करने की कोशिश करेंगे। अब थोड़ी उम्मीद जगी है। अगर वे हमारा सहयोग करेंगे, तो हमें न्याय मिलना आसान हो जाएगा।” अब यह ईमेल राज्य सरकार तक भी पहुँच गया है। अब देखना यह है कि राज्य सरकार राष्ट्रपति को क्या जवाब देती है।
आरजी कर पीड़ित की माँ नवान्ना अभियान के दौरान घायल, राष्ट्रपति का मुख्य सचिव को पत्र
