प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की यात्रा के बाद भारत लौट आए हैं। इसके बाद गुरुवार को कांग्रेस ने उन पर कड़े शब्दों में हमला बोला। हाट शिबिर का तंज, अब वह वापस आ गए हैं। इसलिए अब वह मणिपुर जाने का समय निकाल सकते हैं। वह उन कारणों पर गौर कर सकते हैं कि पहलगांव पर हमला करने वाले आतंकवादियों को अभी तक न्याय के कटघरे में क्यों नहीं लाया जा सका है। प्रधानमंत्री को अपने ही राज्य में एक पुल को तोड़े जाने के मुद्दे पर भी सोचने का समय मिलेगा। देश की मुख्य विपक्षी पार्टी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री संसद के आगामी बादल सत्र की रूपरेखा तय करने के लिए एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह पांच देशों – घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा के बाद स्वदेश लौट आए। इस यात्रा के दौरान मोदी ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी शामिल हुए। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने चुटकी लेते हुए कहा, “भारत अपने सुपर प्रीमियम फ़्रीक्वेंट फ़्लायर प्रधानमंत्री का फिर से स्वागत कर रहा है। उनके तीन हफ़्ते देश में रहने की संभावना है। फिर उनके फिर से यात्रा करने की उम्मीद है। अब वह यहाँ हैं। इसलिए उन्हें मणिपुर जाने का समय मिल सकता है। वहाँ के लोग दो साल से ज़्यादा समय से उनका इंतज़ार कर रहे हैं। पहलगाँव में आतंकवादी क्यों नहीं पकड़े गए, इसकी समीक्षा करें। अपने ही राज्य में हुए पुल हादसे के बारे में सोचें। बाढ़ प्रभावित हिमाचल प्रदेश की मदद के मामले को मंज़ूरी दें।” गुजरात के वडोदरा ज़िले में चार दशक पुराने एक पुल का एक हिस्सा ढह जाने से कई कारें महिसागर नदी में गिर गईं। कांग्रेस ने यह टिप्पणी उस घटना में दो भाई-बहनों समेत कम से कम 13 लोगों की मौत के एक दिन बाद की है। गौरतलब है कि बादल सरकार का संसद सत्र 21 जुलाई से शुरू हो रहा है।
‘शायद इस बार आपके पास मणिपुर जाने का समय होगा’, कांग्रेस ने पीएम मोदी पर कटाक्ष किया
