पुलिस की अनुमति नहीं मिली थी। लेकिन ‘नबान्न अभियान’ किसी भी तरह से स्थगित नहीं किया जाएगा, संग्रामी जमूइत मंच से शुरू होने वाले कई आयोजक संगठनों ने रविवार को यह घोषणा की थी। सोमवार को हावड़ा सिटी पुलिस ने ‘नबान्न अभियान’ को रोकने के लिए सख्त रुख अपनाया। हावड़ा शहर में नबान्न की ओर जाने वाली हर सड़क पर बैरिकेड्स लगा दिए गए थे। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे शहर को व्यावहारिक रूप से एक किले में बदल दिया गया था। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को दोपहर करीब 12 बजे हावड़ा स्टेशन परिसर से नबान्न तक मार्च किया। लेकिन उन्हें ग्रैंड फोरशोर रोड के पास पुलिस बाधाओं का सामना करना पड़ा। उन्होंने वहां धरना भी शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों को काफी देर तक रेलवे संग्रहालय और तेल रिफाइनरी घाट के बीच सड़क पर बैठे देखा गया। उस दिन रुक-रुक कर बारिश भी हुई। समग्र स्थिति को ध्यान में रखते हुए, ‘संग्रामी जमूइत मंच’ के संयोजक भास्कर घोष ने शाम लगभग 5 बजे ‘नबान्न अभियान’ को वापस लेने की घोषणा की। उन्होंने इस दिन कहा, “हम प्रतिकूल मौसम और आने वाले दिनों में बनने वाले बड़े गठबंधन को ध्यान में रखते हुए आज का आंदोलन वापस ले रहे हैं।” हालाँकि शुरुआत में प्रदर्शनकारी भारी बारिश में सड़कों पर बैठे रहे, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। जानकार सूत्रों के अनुसार, कुल मिलाकर ‘नवान्न अभियान’ का वापस लेना पुलिस प्रशासन की एक बड़ी सफलता है।
पुलिस अवरोध और बारिश के कारण अंततः ‘नवान्न अभियान’ वापस लिया गया!
