हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ में कम से कम छह लोगों की मौत और कई के घायल होने की खबर है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। गढ़वाल के पुलिस कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ में अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि की है। घटना के बाद पुलिस-प्रशासन की एक टीम ने वहां बचाव कार्य शुरू कर दिया है। घटना में कम से कम 35 लोगों के घायल होने की खबर है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर के रास्ते में भगदड़ की सूचना मिली है। स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य में लगे हैं। मैं इस संबंध में स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं और स्थिति पर नियमित रूप से नजर रखी जा रही है।” 23 जुलाई को जलाभिषेक के बाद लाखों श्रद्धालु और आम लोग हरिद्वार पहुंच चुके हैं। शनिवार और रविवार को हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। जिस सड़क पर हादसा हुआ वह काफी व्यस्त सड़क है। हालांकि, मेले के मौके पर यह सड़क पूरी तरह से बंद रहती है। हालांकि, रविवार को अत्यधिक भीड़ के कारण श्रद्धालुओं को इसी रास्ते से भेजा जा रहा था। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है। हरिद्वार के एसएसपी प्रमोद डोभाल घटना पर कड़ी नज़र रखे हुए हैं और उन्होंने अपने अधीनस्थों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। एसएसपी डोभाल ने अस्पताल पहुँचकर घायलों का हालचाल जाना।
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में 7 की मौत, 35 घायल
