चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान जिन 11 दस्तावेज़ों का ज़िक्र किया था, उनमें आधार कार्ड और वोटर कार्ड शामिल नहीं थे। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को आदेश दिया कि बिहार की SIR में आधार कार्ड को दस्तावेज़ के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। उस आदेश के 24 घंटे के अंदर ही वोटर कार्ड को सूची में शामिल करने की मांग उठ गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ख़ुद यह मांग उठाई। वह इस समय उत्तर बंगाल में हैं। उनका वहाँ तीन दिवसीय आधिकारिक कार्यक्रम है। वह मंगलवार को कोलकाता से उत्तर बंगाल के लिए रवाना हुईं। इससे पहले, कोलकाता हवाई अड्डे परिसर में उन्होंने पत्रकारों का सामना किया। वहाँ उन्होंने मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर ये टिप्पणी की। ममता बनर्जी ने कहा, “वोटर कार्ड एक मतदाता के लिए पहचान पत्र है। आधार कार्ड शामिल करने का मतलब है कि यह सभी के पास है। और जिनके पास नहीं है, वे इसे बनवा लेंगे। मुझे लगता है कि वोटर कार्ड को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए।” साथ ही, उन्होंने एक बार फिर SIR के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई। ममता ने कहा, “हम SIR के ख़िलाफ़ हैं। हमारी पार्टी का रुख़ इंडिया ब्लॉक जैसा है। यह दो-तीन महीने में नहीं हो सकता।”
ममता बनर्जी ने SIR दस्तावेजों के साथ वोटर कार्ड जोड़ने की मांग की
