केन्या में देशव्यापी सरकार विरोधी प्रदर्शनों में 11 की मौत, 500 से अधिक गिरफ्तार

केन्या में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 11 लोग मारे गए जबकि 11 घायल हो गए. इस दौरान 500 से अधिक हिरासत में लिए गए. सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों मुख्य रूप से युवा केन्याई लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया. लोगों ने 1990 के सबा- सबा लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की 35वीं वर्षगांठ पर भ्रष्टाचार के आरोपों, पुलिस की बर्बरता और सरकार के आलोचकों को निशाना बनाकर जबरन गायब किए जाने की रिपोर्टों पर अपना गुस्सा और निराशा व्यक्त किया था. किस्वाहिली में ‘सबा सबा’ शब्द का अर्थ ‘सात सात’ है. ये 7 जुलाई 1990 के विरोध प्रदर्शन की याद दिलाता है. पुलिस के अनुसार प्रदर्शनों के दौरान 11 नागरिक घायल हुए. हालांकि केन्या राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (केएनसीएचआर) ने यह संख्या 29 बताई है, जबकि कुल 567 लोगों को गिरफ्तार किया गया. ये विरोध प्रदर्शन अशांति की उस व्यापक लहर का हिस्सा हैं जो पिछले वर्ष एक विवादास्पद वित्त विधेयक के पेश होने के बाद शुरू हुई थी. इसमें जीवन-यापन की बढ़ती लागत के बीच करों में वृद्धि की गई थी. हालांकि सरकार ने जनता के दबाव के कारण जून 2024 में इस विधेयक को रद्द कर दिया, लेकिन जनता का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. विशेष रूप से हाल ही में पुलिस हिरासत में एक शिक्षक की मौत और पुलिस द्वारा कथित रूप से गोली मारे गए एक निहत्थे स्ट्रीट वेंडर की मौत के बाद हालात बिगड़े. पिछले महीने इसी तरह के विरोध प्रदर्शनों के दौरान कम से कम 16 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हो गए. 2024 की शुरुआत से कर-विरोधी प्रदर्शनों में दर्जनों और लोग मारे गए है. केन्या के कई क्षेत्रों में सोमवार को प्रदर्शन हुए. इसमें 7 जुलाई, 1990 को सबा सबा विरोध प्रदर्शन की याद में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए. रिपोर्ट के अनुसार नैरोबी में सुरक्षा बलों की संसद और राष्ट्रपति के निवास सहित प्रमुख सरकारी भवनों के पास प्रदर्शनकारियों से झड़प हुई. अशांति की आशंका के चलते भारी बैरिकेडिंग की गई थी. सोमवार रात जारी एक बयान में केन्या की राष्ट्रीय पुलिस सेवा ने घोषणा की कि हिंसा और दुर्व्यवहार की सभी रिपोर्ट की गई घटनाओं की कानूनी प्रक्रियाओं के अनुसार जांच की जाएगी. सरकार की यह कार्रवाई रविवार को केन्याई मानवाधिकार आयोग के कार्यालयों पर कथित तौर पर राज्य समर्थित कार्यकर्ताओं द्वारा की गई छापेमारी के बाद की गई. रिपोर्ट के अनुसार हमलावरों ने कथित तौर पर सबा सबा की सालगिरह से पहले प्रदर्शनकारियों की मनमानी गिरफ्तारी, गायब होने और हत्याओं को रोकने की मांग करने वाली महिलाओं द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को बाधित किया. केन्या के गृह मंत्री किपचुम्बा मुर्कोमेन ने पहले कहा था कि सुरक्षा एजेंसियां ​​अपराधियों को शांतिपूर्ण मार्च में घुसपैठ करने और अशांति पैदा करने से रोकने के लिए हाई अलर्ट पर हैं.

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