सुप्रीम कोर्ट यमन में फांसी की सजा से भारतीय नर्स निमिषा प्रिया को बचाने के लिए केंद्र सरकार को राजनयिक माध्यम का इस्तेमाल करने का निर्देश देने संबंधी याचिका पर सुनवाई के लिए सहमत हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार (10 जुलाई) को केरल की नर्स को बचाने से जुड़ी एक याचिका पर अटॉर्नी जनरल से सहयोग की अपील की। प्रिया को यमन के एक नागरिक की हत्या के जुर्म में 16 जुलाई को फांसी दिए जाने की आशंका है। जस्टिस सुधांशु धूलिया और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की पीठ ने शुरू में मामले को 14 जुलाई के लिए सूचीबद्ध करने पर सहमति जताई थी। हालांकि, वरिष्ठ वकील रागेंथ बसंत ने बताया कि फांसी की तारीख 16 जुलाई है, इसलिए भारत सरकार के पास राजनयिक वार्ता के लिए केवल दो दिन ही बचेंगे। उन्होंने आज या कल सुनवाई के लिए अनुरोध किया। है जिसे रोकने के लिए भारत पुरजोर प्रयास कर रहा है। केरल के पलक्कड़ जिले के कोलेनगोड़े की प्रिया को जुलाई 2017 में यमन के एक व्यक्ति की हत्या का दोषी ठहराया गया था। वह व्यक्ति प्रिया का बिजनेस पार्टनर था। यमन की अदालत ने 2020 में उसे मौत की सजा सुनाई थी। देश की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने नवंबर 2023 में उसकी अपील खारिज कर दी थी। भारतीय नर्स निमिषा प्रिया (38) वर्तमान में यमन की राजधानी सना में जेल में बंद है। सना में इस वक्त ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों का नियंत्रण है। एक सरकारी सूत्र ने पीटीआई से कहा, “हम तब से इस मामले पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। हम स्थानीय अधिकारियों और नर्स के परिवार के सदस्यों के साथ संपर्क में हैं और हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हम मामले पर लगातार कड़ी नज़र रख रहे हैं।” एक अन्य अधिकारी ने कहा कि भारत 16 जुलाई को होने वाली फांसी को रोकने के प्रयासों में लगा है। प्रिया की मां प्रेमकुमारी अपनी बेटी की रिहाई सुनिश्चित कराने के प्रयासों के तहत पिछले वर्ष यमन गई थीं। बताया जाता है कि भारतीय पक्ष ने प्रिया की रिहाई ‘दियात’ या ‘ब्लड मनी’ देकर सुनिश्चित करने के विकल्प पर भी विचार किया था लेकिन इसमें भी कुछ बाधा आई। यमन की अदालत ने 2020 में उसे मौत की सजा सुनाई थी। देश की सर्वोच्च न्यायिक परिषद ने नवंबर 2023 में उसकी अपील खारिज कर दी थी। भारतीय नर्स निमिषा प्रिया (38) वर्तमान में यमन की राजधानी सना में जेल में बंद है। सना में इस वक्त ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों का नियंत्रण है। एक सरकारी सूत्र ने पीटीआई से कहा, “हम तब से इस मामले पर कड़ी नज़र रख रहे हैं। हम स्थानीय अधिकारियों और नर्स के परिवार के सदस्यों के साथ संपर्क में हैं और हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हम मामले पर लगातार कड़ी नज़र रख रहे हैं।”
यमन में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया की फांसी पर लगेगी रोक!
