ममता बनर्जी ने बोलपुर से दी धमकी, ‘जब तक जिंदा हूं, एनआरसी लागू नहीं होने दूंगी’

भाजपा शासित राज्य में बंगाली बोलने पर बांग्लादेशी कह रहे हैं। इसीलिए पश्चिम बंगाल के प्रवासी मज़दूरों को कभी हिरासत में लिया जा रहा है, परेशान किया जा रहा है या जेल में डाल दिया जा रहा है। कथित तौर पर उन्हें पुलिस की बर्बरता भी सहनी पड़ती है। यह घटना दिल्ली, राजस्थान, ओडिशा और हरियाणा जैसे सभी भाजपा शासित राज्यों में हो रही है। तृणमूल नेता ममता बनर्जी पहले ही इसके खिलाफ आवाज़ उठा चुकी हैं। उन्होंने बंगालियों के उत्पीड़न के विरोध में सड़कों पर जुलूस निकाला है। उन्होंने 21 जुलाई को मंच से भाषा आंदोलन का आह्वान किया था। उन्होंने आज, सोमवार को बोलपुर से इसकी शुरुआत की। बोलपुर स्थित शांतिनिकेतन कवि रवींद्रनाथ टैगोर की जन्मस्थली है। और उसी बोलपुर से तृणमूल नेता ने बंगाल और बंगालियों की गरिमा की रक्षा की शपथ लेते हुए एक विशाल जुलूस निकाला। ममता बनर्जी आज कवि रवींद्रनाथ टैगोर की तस्वीर लेकर जुलूस में शामिल हुईं। इस पार्टी कार्यक्रम में बीरभूम ज़िले का नेतृत्व, विधायक और सांसद मौजूद थे। राज्य के मंत्री फिरहाद हकीम, मलय घटक, चंद्रनाथ सिन्हा भी मौजूद थे। दोपहर 12 बजे प्रशासनिक बैठक के बाद तृणमूल नेता दोपहर में बोलपुर के टूरिस्ट लॉज चौराहे से जम्बुनी चौराहे तक जुलूस में चलीं। संदेश एक ही था। वह बंगाली भाषा और बंगालियों के साथ हैं। जुलूस के बाद ममता ने जनसभा से केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ भी तोप चलाई। उन्होंने कहा, ‘राशन, आधार और पैन कार्ड होने के बावजूद उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्हें पीछे धकेला जा रहा है। मैं किसी भाषा के खिलाफ नहीं हूं। हम एकता चाहते हैं। अगर हम बंगाली बोलते हैं, तो हमें परेशान किया जा रहा है। अगर हम बंगाली बोलते हैं, तो हमें बांग्लादेशी करार दिया जा रहा है। स्वतंत्रता संग्राम में बंगालियों के योगदान को भुला दिया गया है।’ इस दिन, तृणमूल नेता ने स्पष्ट किया कि यह भाषा आंदोलन कवि गुरु की भूमि से शुरू हुआ और इस बार हर जिले में जारी रहेगा। ममता ने आज राष्ट्रीय चुनाव आयोग पर भी निशाना साधा। इस संबंध में उन्होंने कहा, “मैं कह रही हूं कि इस बेकार नीति के कारण देश टूट सकता है। एक बड़ा गेम प्लान है। चुनाव आयोग सरकार की ओर से एनआरसी के खेल में उतर आया है। जब तक मैं जिंदा हूं, मैं यहां एनआरसी नहीं होने दूंगी। मैं कोई डिटेंशन कैंप नहीं बनने दूंगी। अगर किसी व्यक्ति का पता छीन लिया जाता है, तो आपके पास भी पता नहीं होगा। आयोग विभिन्न राज्यों में डबल इंजन सरकार बनाने में मदद कर रहा है।” इसके साथ ही तृणमूल नेता ने कहा, “यह सरकार 2029 तक नहीं टिकेगी। तब क्या होगा? अगर ऐसा ही चलता रहा तो भाजपा एक दिन शून्य से शून्य पर पहुंच जाएगी।”

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