उत्तर भारत में हाहाकार मचा हुआ है। कभी मूसलाधार बारिश, तो कभी भारी बारिश, सैकड़ों मौतों का कारण बन रही है। और इस बार हिमाचल प्रदेश सुर्खियों में है। राज्य सरकार के विभाग द्वारा रविवार को दी गई जानकारी के अनुसार, चालू मानसून सीजन के दौरान हिमाचल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 298 हो गई है। इनमें से 152 लोगों की मौत बारिश से जुड़ी घटनाओं जैसे भूस्खलन, अचानक बाढ़ और घर गिरने से हुई। इसके अलावा, 146 लोगों ने सड़क हादसों में अपनी जान गंवाई। उधर, भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश में अभी भी 400 सड़कें बंद हैं। इनमें राष्ट्रीय राजमार्ग-03 और राष्ट्रीय राजमार्ग 305 भी शामिल हैं। अब तक 208 इलाकों की बिजली गुल हो गई है। सूत्रों का कहना है कि 51 जगहों पर पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई है। एक तरफ बारिश और दूसरी तरफ भूस्खलन के कारण पर्यटक भी मुश्किल में पड़ गए हैं। हालांकि मानसून के दौरान पर्यटकों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम होती है। बचाव कार्य में भी बाधा आ रही है, क्योंकि मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सिरमौर और चंबा जैसे कई मार्ग कट गए हैं।
हिमाचल में मूसलाधार बारिश से तबाही, मृतकों की संख्या बढ़कर 298 हुई
