गोपाल खेमका हत्याकांड

पटना के नामचीन व्यवसायी गोपाल खेमका की शुक्रवार को पटना में उनके घर के पास वैसे ही गोली मारकर हत्या कर दी गई, जैसे 6 साल पहले उनके बेटे गुंजन खेमका की उनकी फैक्ट्री के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। 6 साल में पिता पुत्र की एक ही तरीके से की गई हत्या ने लोगों को हैरत में डाल दिया है तो वहीं, घटना ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। इसके साथ ही पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है। गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका जीके कॉटन मिल के मालिक थे जिनकी साल 2018 में वैशाली जिले के हाजीपुर में उनके कारखाने के गेट के पास बाइक सवार अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बताया जाता है कि गुंजन खेमका उस दिन पटना से हाजीपुर के लिए निकले थे और जैसे ही उनकी कार हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री के बाहर पहुंची तो वहां पहले से घात लगाकर बैठे अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी। गुंजन को दो गोली लगी थी, जबकि एक गोली उनके ड्राइवर को लगी थी। सात साल बाद गुंजन की ही तरह गोपाल खेमका की तरह बाइक सवार अपराधियों ने गोली चलाई। गुंजन खेमका की हत्या के मामले में पुलिस ने मस्तू सिंह कोगिरफ्तार किया था और उसे जेल भेज दिया था। जब वो जेल से छूटकर आया तो उसकी भी हत्या कर दी गई। लेकिन मस्तू सिंह की हत्या किसने की ये केस भी आज तक पुलिस की फाइल में बंद है। इस घटना के सात साल बाद अब गुंजन खेमका के पिता गोपाल खेमका की शुक्रवार रात करीब 11.40 बजे पटना के गांधी मैदान इलाके में राम गुलाम चौक के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई। उस समय वह अपनी कार से उतर रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने उन्हें करीब से गोली मारी थी, जिससे वे बुरी तरह घायल हो गए थे, व्यवसायी को अस्पताल ले जाया गया, जहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।  पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कथित अपराध के स्थान पर फोरेंसिक टीम को बुलाया गया था। उन्होंने बताया कि एक गोली और एक खोखा बरामद किया गया है। हत्या की जांच के लिए एक विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया है। 

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