भाजपा शासित उत्तर प्रदेश के एक सरकारी अस्पताल के आपातकालीन विभाग में एक डॉक्टर मेज पर पैर ऊपर उठाकर सो रहा है। एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल एक युवक इलाज के अभाव में बगल में स्ट्रेचर पर लोटते-लोटते मर गया। उत्तर प्रदेश के लाला लाजपत राय मेमोरियल अस्पताल की इस घटना से हड़कंप मच गया है। अस्पताल प्रशासन ने लापरवाही के आरोप में दो डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें एक युवक स्ट्रेचर पर लेटा हुआ दिखाई दे रहा है। उसका पूरा शरीर खून से लथपथ है। वह दर्द से तड़प रहा है। और उसके ठीक बगल में डॉक्टर मेज पर पैर ऊपर उठाकर खर्राटे ले रहा है। वह हिल नहीं रहा है। मरीज ऐसे ही लोटते-लोटते मौत की गोद में समा गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मृतक मरीज का नाम सुनील है। वह हसनबाद गांव का रहने वाला है। सड़क पार करते समय एक कार की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे लाला लाजपत राय मेमोरियल अस्पताल के आपातकालीन विभाग में ले जाया गया। लेकिन आरोप है कि ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर सो रहे थे। उन्होंने उसका इलाज नहीं किया। वीडियो वायरल होने के बाद ऑर्थोपेडिक्स विभाग के डॉक्टर भूपेश कुमार रॉय और अनिकेत को निलंबित कर दिया गया। अस्पताल के प्रिंसिपल आरसी गुप्ता ने कहा, “हमें शिकायत मिली है। शिकायत की गंभीरता से जाँच की जा रही है। तीन सदस्यीय जाँच समिति गठित की गई है। समिति तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी।” वायरल वीडियो देखकर सोशल मीडिया पर लोगों में आक्रोश है। उनका कहना है, “यह लापरवाही नहीं, बल्कि अपराध है।” एक अन्य यूजर ने लिखा, “सरकारी अस्पतालों से लोगों का भरोसा उठ जाएगा।”
सरकारी अस्पताल में सोते रहे डॉक्टर मरीज की तड़प- तड़पकर हुई मौत
