जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के सुदूर चिशोती गांव में भारी बारिश के कारण मरने वालों की संख्या 46 हो गई है। 160 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर है। गौरतलब है कि यह हादसा मचैल माता यात्रा के दौरान हुआ, जहाँ बड़ी संख्या में तीर्थयात्री मौजूद थे। घटना के बाद वार्षिक यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। भारतीय सेना पहले ही बचाव और राहत कार्य में जुट गई है। व्हाइट नाइट कोर के लगभग 300 जवान मौके पर पहुँच चुके हैं। वे पुलिस, एसडीआरएफ और अन्य नागरिक संगठनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बचाव अभियान चला रहे हैं। दुर्गम इलाका होने के कारण घायलों को हेलीकॉप्टर से जल्दी अस्पताल पहुँचाने की व्यवस्था की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है। प्रशासन ने प्रभावित लोगों और तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए एक नियंत्रण कक्ष और सहायता डेस्क स्थापित किया है, जहां राहत वितरण और बचाव कार्य जोरों पर हैं।
जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश से मरने वालों की संख्या 46 हुई, सेना बचाव अभियान पर
