बिहार में विधानसभा चुनाव आने वाले हैं। और उससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह या राहुल गांधी, सभी अब लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं। विपक्ष पूरे राज्य में मतदाता अधिकार मार्च निकाल रहा है। पुलिस का दावा है कि इस समय तीन पाकिस्तानी आतंकवादी बिहार में घुस आए हैं। खबर सामने आते ही प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान से आए ये तीनों आतंकवादी नेपाल के रास्ते बिहार में दाखिल हुए। तीनों जैश-ए-मोहम्मद के सदस्य भी बताए जाते हैं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान से आए ये तीनों आतंकवादी नेपाल के रास्ते बिहार में दाखिल हुए। इनमें से एक हसनैन अली है, जो पाकिस्तान के रावलपिंडी का रहने वाला है। दूसरा आदिल हुसैन है, जो पाकिस्तान के उमरकोट का रहने वाला है और तीसरा बहावलपुर का मोहम्मद उस्मान है। वह भी पाकिस्तान का रहने वाला बताया जाता है। PHQ (सरदार पटेल भवन) ने इन तीनों के पासपोर्ट की जानकारी सीमावर्ती जिलों को भेज दी है नेपाल से लगी बिहार की सीमा काफी लंबी और संवेदनशील मानी जाती है। इस रास्ते का इस्तेमाल पहले भी आतंकी गतिविधियों के लिए होता रहा है। इस खबर के बाद सीमावर्ती इलाके में सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता कर दिया गया है। साथ ही एसएसबी जवानों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से भी राज्य के सभी जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। खासकर सीमावर्ती जिलों सीतामढ़ी, मधुबनी, पश्चिम चंपारण, अररिया, किशनगंज और सुपौल की पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया गया है। पुलिस ने आम लोगों से किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने का अनुरोध किया है। पुलिस ने तीनों आतंकियों की तस्वीरें और उनका हुलिया भी जारी किया है। बिहार में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों की घुसपैठ की खबर ने एक बार फिर राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खबर है कि पुलिस और खुफिया एजेंसियां लगातार तलाशी अभियान चला रही हैं। सीमावर्ती जिलों में गश्त भी बढ़ा दी गई है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, होटल, धर्मशालाओं और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। आतंकियों की संभावित गतिविधियों को देखते हुए रेलवे और हवाईअड्डों की सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियों को भी अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों का यह भी दावा है कि खुफिया एजेंसियां स्थानीय स्तर पर संदिग्ध लोगों पर नज़र रख रही हैं। हालाँकि, यह पहली बार नहीं है जब आतंकियों ने बिहार में घुसपैठ की हो। इससे पहले भी कई बार बिहार-नेपाल सीमा पर आतंकियों और तस्करों के आने-जाने की खबरें आती रही हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आसान आवाजाही और ढीली सुरक्षा व्यवस्था के कारण यह इलाका आतंकियों के लिए सुरक्षित रास्ता माना जाता है।
विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में घुसे 3 पाकिस्तानी आतंकवादी, हाई अलर्ट जारी
