सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (SSC) शिक्षक भर्ती परीक्षा आयोजित कर रहा है। 9 साल के लंबे अंतराल के बाद, रविवार को राज्य भर में कक्षा 9 और 10 के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की जा रही है। कक्षा 9 और 10 के लिए शिक्षक भर्ती परीक्षा रविवार दोपहर 12 बजे 636 केंद्रों पर शुरू हुई। परीक्षा में कुल 3 लाख 19 हज़ार 919 अभ्यर्थी शामिल हुए। इसमें से लगभग 31 हज़ार अभ्यर्थी अकेले दूसरे राज्यों से आए थे, जो कुल अभ्यर्थियों का लगभग 10 प्रतिशत है। 2016 की SSC परीक्षा भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोपों के कारण रद्द कर दी गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने उस नियुक्ति को ‘अवैध’ घोषित कर दिया था। इसके परिणामस्वरूप लगभग 26 हज़ार शिक्षकों और शिक्षाकर्मियों की नौकरियाँ चली गईं। इस बार, अदालत के आदेशों का पालन करते हुए यह परीक्षा नए सिरे से आयोजित की जा रही है। इसलिए, लगभग 9 साल बाद आयोजित इस परीक्षा को लेकर उम्मीद और उत्साह दोनों ही ज़्यादा हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने उन लोगों की पहचान की थी जो ‘दागी’ या टेंट में थे, और भर्ती प्रक्रिया में फिर से शामिल करने के उनके आवेदन खारिज कर दिए गए थे। 30 सितंबर को आयोग ने 1,806 अयोग्य उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित की। कोर्ट का स्पष्ट आदेश है – एक भी दिव्यांग व्यक्ति नई नियुक्ति में शामिल नहीं हो पाएगा। नतीजतन, कई बेरोजगारों ने अपना गुस्सा जाहिर किया है, लेकिन आयोग का दावा है कि इस बार परीक्षा पूरी तरह पारदर्शी होगी।