असम विदेशी न्यायाधिकरण ने पश्चिम बंगाल के निवासी को फिर से नोटिस जारी किया है। इस बार असम विदेशी न्यायाधिकरण ने कूचबिहार के माथाभांगा-2 ब्लॉक के लतापोटा ग्राम पंचायत क्षेत्र के निवासी को नोटिस भेजा है। उनका नाम निशिकांत दास है। नामशूद्र परिवार के सदस्य निशिकांत बाबू को नोटिस मिलने की घटना ने इलाके में भारी हलचल मचा दी है। आज शनिवार की सुबह तृणमूल के स्थानीय स्तर के नेता और कार्यकर्ता उनसे बात करने उनके घर गए। तृणमूल जिला अध्यक्ष अभिजीत दे भौमिक गए। निशिकांत दास ने कहा, नोटिस मिलने के बाद मैं बेहद चिंतित था। नेताओं ने आकर मुझे आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वे मेरे साथ खड़े रहेंगे। आज तृणमूल ने दावा किया कि असम सरकार न केवल राजबंगशी परिवार के लोगों को, बल्कि नामशूद्र समुदाय के लोगों को भी परेशान करने के लिए नोटिस भेज रही है। भाजपा लोगों को आतंकित करके चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है वह लंबे समय से इस इलाके में रह रहे हैं। कल, शुक्रवार को अचानक उन्हें असम सरकार के विदेशी न्यायाधिकरण से एक नोटिस मिला। इसमें कहा गया था कि उन्हें अपनी भारतीय नागरिकता का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। वह प्रमाण असम के कामरूप जिला प्रशासन को प्रस्तुत करना होगा। कल रात, कई तृणमूल नेताओं ने निशिकांत दास के नोटिस को सोशल मीडिया पर पोस्ट करके विरोध जताया। नोटिस मिलते ही निशिकांत के सिर पर मानो बिजली गिर गई।
असम के विदेशी न्यायाधिकरण ने पश्चिम बंगाल के एक और निवासी को नोटिस जारी किया
