अगर आप रूस के साथ व्यापार जारी रखते हैं, तो आपको गंभीर आर्थिक दंड का सामना करना पड़ेगा। अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन नाटो ने भारत, चीन और ब्राजील को चेतावनी दी है। नाटो महासचिव मार्क रूट ने बुधवार को अमेरिकी सीनेटरों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने धमकी दी कि चीन, भारत और ब्राजील जैसे देशों को रूस के साथ व्यापार जारी रखने, तेल और गैस खरीदने की कीमत चुकानी पड़ेगी। एक कारण के रूप में, उन्होंने कहा, ‘यदि रूसी राष्ट्रपति शांति वार्ता को महत्व नहीं देते हैं, तो आप पर भी 100 प्रतिशत प्रतिबंध लगाए जाएंगे।’ नाटो प्रमुख ने भारत, चीन और ब्राजील के राष्ट्राध्यक्षों को शांति वार्ता के लिए दबाव बनाने के लिए रूसी राष्ट्रपति के साथ बातचीत में बैठने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा, ‘आपको व्लादिमीर पुतिन को फोन करना चाहिए और उनसे शांति वार्ता को महत्व देने के लिए कहना चाहिए।’ गौरतलब है कि इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस और उसके व्यापारिक भागीदारों पर उच्च टैरिफ लगाने की धमकी दी थी रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से, नई दिल्ली तेल आयात के लिए मास्को पर निर्भर रहने लगी है। आयात का स्तर दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में, केप्लर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने जून में हर दिन रूस से 28 लाख बैरल कच्चा तेल आयात किया। कुछ अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि भारत रूस से बड़ी मात्रा में तेल आयात कर रहा है। इसके बाद, जानकारों का मानना है कि ट्रंप और नाटो की रूस और उसके दोस्तों को दी गई चेतावनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई जटिलताएँ पैदा करने वाली है।
नाटो प्रमुख ने रूसी व्यापार को लेकर भारत पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी
