भूकंप के चार दिन बाद भी बचाव अभियान पूरा न हो पाने की खबर बुधवार को मिली। आखिरकार, गुरुवार को खबर आई कि अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,205 हो गई है! कम से कम 3,640 लोग घायल हुए हैं। रविवार आधी रात को पाकिस्तान की सीमा से लगे कुनार प्रांत में 6 तीव्रता का भूकंप आया। तालिबान प्रशासन ने गुरुवार को 2,000 से ज़्यादा लोगों के मरने की सूचना दी। भूकंप ने पड़ोसी नंगरहार और लघमन प्रांतों में भी 12 लोगों की जान ले ली और सैकड़ों घायल हो गए। तालिबान सरकार के उप प्रवक्ता हमदुल्ला फितरत ने गुरुवार को एक्स हैंडल को बताया कि दूरदराज के इलाकों में भूकंप के कारण बचाव अभियान में इतना समय लग रहा है। गुरुवार को ढहे हुए घरों से सैकड़ों शव बरामद किए गए। बचाव अभियान अभी भी जारी है। नुकसान इतना ज़्यादा है क्योंकि कुनार प्रांत एक पहाड़ी इलाका है। भूकंप और उसके बाद के झटकों के कारण हुए भूस्खलन से ज़्यादातर सड़कें बंद हो गई हैं। बचावकर्मियों को भूकंप से तबाह हुए गाँवों तक पहुँचने में मुश्किल हो रही है। कई देशों ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। लेकिन नरगल जैसे कई पहाड़ी, दुर्गम इलाकों में अभी तक बचाव दल और राहत सामग्री नहीं पहुँच पाई है। वहाँ ज़्यादातर घर खंडहर हो चुके हैं! मज़ार दारा इलाके में सैकड़ों बेघर लोगों ने राहत शिविरों में शरण ली है। बुधवार को कुछ खाने-पीने की चीज़ें और राहत सामग्री वहाँ पहुँची है। उस खाने को लेने के लिए भारी भीड़ उमड़ रही है।
अफ़ग़ानिस्तान में भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 2,205 हो गई
