वह 20 अगस्त की सुबह शालीमार एक्सप्रेस से अपने पिता के साथ एडमिशन लेने आ रहा था। अर्जुन के पिता, 62 वर्षीय रवींद्र कुमार पाटिल का दावा है, ‘जब ट्रेन झारखंड के चाकुलिया स्टेशन पहुंची, तो अर्जुन ने अपना मोबाइल फोन चार्ज पर लगाया और शौचालय चला गया। तब से उसका कोई पता नहीं चला है।’ रवींद्र कुमार ने पहले खड़गपुर जीआरपी में शिकायत दर्ज कराई कि अर्जुन का अपहरण कर लिया गया है खड़गपुर डिवीजन की एसआरपी देबाश्री सान्याल ने बताया, “खड़गपुर जीआरपी में जीरो एफआईआर दर्ज कर ली गई है। इसे यहाँ से चाकुलिया जीआरपी को ट्रांसफर कर दिया गया है। वे घटना की जाँच कर रहे हैं। क्योंकि युवक उसी स्टेशन से लापता हुआ था।” रेलवे पुलिस बता रही है कि अर्जुन के पास मोबाइल फोन नहीं है। इसलिए उसकी लोकेशन मिलना मुश्किल हो रहा है। सीसीटीवी फुटेज की जाँच की जा रही है। इस बीच, रवींद्र कुमार और उनकी पत्नी अपने बेटे को खोने के बाद बेहद दुखी हैं। दोनों इस समय खड़गपुर में हैं। उन्हें डर है कि उनके बेटे का अपहरण हो गया है। छात्र के माता-पिता ने अपने बेटे की तुरंत वापसी की गुहार लगाई है।
IIT खड़गपुर में दाखिला लेने से पहले ही प्रतिभाशाली छात्र चलती ट्रेन से लापता!
