उत्तर भारत में लगातार बारिश का दौर जारी है। कभी बादल फटना, कभी मूसलाधार बारिश, सैकड़ों मौतें सामने आ रही हैं। और इस बार हिमाचल प्रदेश सुर्खियों में है। राज्य सरकार के विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, चालू मानसून सीजन के दौरान हिमाचल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 276 हो गई है। इनमें से 143 लोगों की मौत बारिश से जुड़ी घटनाओं जैसे भूस्खलन, अचानक बाढ़ और घर गिरने से हुई। वहीं सड़क हादसों में 133 लोगों की जान चली गई। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है। नतीजतन, 366 सड़कें अभी भी बंद हैं। बुधवार रात 929 इलाकों में बिजली नहीं थी। इसके अलावा, सूत्रों के अनुसार, 139 जगहों पर पानी की आपूर्ति भी बाधित हुई है। एक तरफ बारिश और दूसरी तरफ भूस्खलन के कारण पर्यटकों को भी परेशानी हुई है। हालांकि मानसून के दौरान पर्यटकों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम होती है। भूस्खलन के कारण कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग-305 और मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग-154 अवरुद्ध हो गए हैं। इसके अलावा, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सिरमौर और चंबा जैसे ज़िलों में कई महत्वपूर्ण सड़कें भी बंद हैं। परिणामस्वरूप, कई इलाके संचार से लगभग कट गए हैं। सरकार स्थिति से निपटने की कोशिश कर रही है, लेकिन आशंका है कि अगर बारिश नहीं रुकी तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
हिमाचल में लगातार बारिश से तबाही, मृतकों की संख्या 276 हुई, 37 लापता
