दिल्ली मतदाता सूची में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के नाम पर ‘वोट धांधली’ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का मैदान है। ‘वोट चोरी’ के खिलाफ विपक्षी सांसदों के चुनाव आयोग के अभियान में शामिल होने के बाद तृणमूल सांसद महुआ मैत्रा बीमार पड़ गईं। विपक्ष ने मंगलवार सुबह 11:30 बजे संसद के मकरद्वार द्वार से अभियान शुरू किया। विभिन्न विपक्षी दलों के लगभग 200 सांसद हाथों में तख्तियां लेकर अभियान में शामिल हुए। लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें चुनाव आयोग कार्यालय से 600 मीटर पहले ही रोक दिया। आयोग ने कांग्रेस के जयराम रमेश को पत्र लिखकर सूचित किया कि आयोग के साथ 30 प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की जा सकती है। लेकिन विपक्ष 200 सांसदों के साथ अभियान पर अड़ा रहा। नतीजतन, जब दिल्ली पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग करके रोकने की कोशिश की, तो सांसद ऊपर चढ़ गए कुछ ही देर में दिल्ली पुलिस उन्हें घसीटकर पुलिस बस में ले गई। लेकिन इसी बीच तनाव के कारण महुआ मैत्रा की तबियत बिगड़ गई। वह सड़क पर गिर पड़ीं और उनका सिर घूमने लगा। तृणमूल की एक और सांसद मिताली बाग की भी तबियत बिगड़ने लगी। सांसदों की बीमारी की खबर सुनकर राहुल गांधी ने इलाज के लिए हाथ बढ़ाया। इस बीच, तृणमूल की एक और सांसद सागरिका घोष ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने महिला सांसदों की साड़ियाँ खींची थीं। उनकी साड़ी फट गई।
चुनाव आयोग की कार्रवाई के दौरान पुलिस की धक्का-मुक्की से तृणमूल कांग्रेस के महुआ-मिताली बीमार
