बंगालियों के वोट चुराने के लिए भाजपा ने आयोग से हाथ मिलाया! तृणमूल समेत विपक्ष ने संसद परिसर में किया भारी विरोध प्रदर्शन

तृणमूल और भारत गठबंधन ने शुक्रवार को संसद परिसर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाली बोलने पर बंगालियों पर हमले हो रहे हैं। लोकसभा में तृणमूल नेता अभिषेक बनर्जी भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। तृणमूल ने विरोध करते हुए कहा, “हम बंगाल का अपमान स्वीकार नहीं करते, हम स्वीकार नहीं करेंगे।” कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल के सांसदों ने भी उसी दिन तृणमूल के साथ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। भारत गठबंधन ने चुनाव आयोग से हाथ मिलाकर भाजपा द्वारा वोट चुराने का मुद्दा भी उठाया। विपक्षी खेमा एसआईआर मुद्दे पर एकजुट है। बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण के कारण कमोबेश 60 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। इस मुद्दे पर बहस अपने चरम पर है। तृणमूल के विरोध प्रदर्शन में वह मुद्दा भी उठा। उस दिन तृणमूल सांसद ‘वोट चोरी’ शब्दों वाले पोस्टर पकड़े हुए थे। अभिषेक ने व्यंग्यात्मक रूप से एसआईआर को ‘अदृश्य धांधली पर रोक’ कहा। वह पोस्टर उस दिन तृणमूल के विरोध प्रदर्शन में भी था। डोला सेन, शताब्दी रॉय, रचना बनर्जी, जून माल्या ने नारे लगाए, ‘चुनाव आयोग शर्म करो’। साथ ही, उन्होंने ‘चुनाव आयोग शर्म करो’ के नारे भी लगाए। अभिषेक भी इसमें शामिल हुए। गुरुवार रात राहुल गांधी ने इंडिया अलायंस के नेताओं के साथ डिनर किया। वहाँ भी उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में चुनाव आयोग से हाथ मिलाकर वोट चुराए हैं। अभिषेक भी डिनर में मौजूद थे। उन्होंने राहुल से काफी देर तक बात की। महोदय, पता चला है कि उन्होंने चुनाव आयोग की भूमिका और भाजपा शासित राज्यों में बंगालियों पर हो रहे हमलों पर भी चर्चा की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *