मध्य प्रदेश बारिश से तबाह है। भारी बारिश और बाढ़ ने राज्य भर में व्यापक क्षति और जान-माल का नुकसान पहुँचाया है। राज्य सरकार के अनुसार, चालू मानसून सीजन में अब तक राज्य में 252 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, मध्य प्रदेश की कई महत्वपूर्ण सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। नतीजतन, आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार, 252 मृतकों में से कुछ की मौत बिजली गिरने, भूस्खलन, पेड़ गिरने और बाढ़ग्रस्त सड़कों पर करंट लगने से हुई है। बारिश के कारण, मध्य प्रदेश में लगभग 254 ग्रामीण सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे राज्य के विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों से संपर्क टूट गया है। इसके अलावा, कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। राज्य सरकार द्वारा प्रभावित क्षेत्रों के लोगों के लिए राहत शिविर पहले ही खोले जा चुके हैं। बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव पहले से ही प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने सरकारी अधिकारियों को बाढ़ पीड़ितों को हर संभव सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है। राज्य सरकार पहले ही राहत और पुनर्वास के लिए 3,600 करोड़ रुपये आवंटित कर चुकी है। मध्य प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) तैनात किए गए हैं। साथ ही, आपात स्थिति से निपटने के लिए एक आपदा प्रबंधन केंद्र भी खोला गया है। राज्य के सरकारी अधिकारियों ने बताया कि ज़रूरत पड़ने पर सेना की भी मदद ली जाएगी।
मध्य प्रदेश में लगातार बारिश से बाढ़ की स्थिति, राज्य भर में भारी नुकसान, 252 लोगों की मौत
